दूरदर्शन, नाम ही काफी है। भारत के पहला टीवी चैनल जो भारत सरकार के द्वारा चलाया जा रहा है, आपको बताते प्रसन्नता हो रही है की दूरदर्शन ने अपने 60 साल पुरे किये है। दूरदर्शन एक वो चैनल है जिसे देखने के लिए कभी भारत ठहर सा जाता था। अगर भारत को एकता का मतलब किसी ने समझाया है तो है, वो आपका अपना दूरदर्शन।
दूरदर्शन की शुरुआत भारत की राजधानी दिल्ली से सितम्बर, 1959 से हुयी. जो आज विश्व में अपने प्रसारण क्षमता और कवरेज के माध्यम से विदेशो में भी देखा जाता है।
इस समय के दौरान लोगो में दूरदर्शन के प्रति इतनी दीवानगी थी की वो अपने जरुरी काम समयानुसार ख़त्म करके खास प्रोग्राम को देखना नहीं भूलते थे जिनमे कुछ मुख्य प्रोग्राम इस प्रकार थे।
मनोरंजन के कार्यक्रमों में दोपहर 12.00 बजे से अपराह्न 3.00 बजे के बीच प्रसारित किए जाने वाले दैनिक धारावाहिक तथा रात्रि 8.30 बजे से मध्य रात्रि तक प्रसारित किए जाने वाले धारावाहिक कार्यक्रम शामिल हैं। इसमें शुक्रवार, शनिवार और रविवार को फीचर-फिल्मों और माह के अंतिम रविवार को पुरस्कृत क्षेत्रीय फिल्मों का प्रसारण भी शामिल है। उच्च गुणता वाले सिनेमा को प्रोत्साहित करने की अपनी प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए, माह के अंतिम रविवार को रात्रि 11.30 बजे राष्ट्रीय स्वर्ण कमल एवं रजत कमल पुरस्कार पाने वाली क्षेत्रीय फीचर-फिल्मों का प्रसारण किया जाता है।
उसके बाद दूरदर्शन ने 1984 में अपना दूसरा चैनल शुरू DD-2 जो की शहरों के लिए था, शुरुआत दिल्ली से ही की गयी और बाद में इसे 1993 में इसे मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में भी पहुंचाया गया। बाद में इस चैनल का नाम DD Metro किया गया। और नवंबर 2003 में इस चैनल को DD News के रूप में एक 24 घंटे का सरकारी न्यूज़ चैनल बना दिया गया।
सभी महत्वपूर्ण राष्ट्रीय आयोजनों जैसे गणतंत्र दिवस परेड, स्वतंत्रता दिवस समारोहों राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री के राष्ट्र के नाम संबोधनों, संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण, संसद में होने वाली महत्वपूर्ण बहसों, रेलवे और आम बजट प्रस्तुत करने, लोकसभा और राज्यसभा के प्रश्न काल, चुनाव परिणाम और उनका विश्लेषण, शपथ ग्रहण समारोहों, राष्ट्रपति एवं प्रधान मंत्री की विदेश यात्राओं और विदेश से भारत आने वाले विशिष्ट व्यक्तियों की यात्राओं का डीडी-नेशनल पर सीधा प्रसारण किया जाता है। महत्वपूर्ण खेल-कूद आयोजनों जैसे ओलंपिक, एशियाई खेल, क्रिकेट टेस्ट मैचों और अन्तर्राष्ट्रीय एक दिवसीय मैचों, जिनमें भारत एवं अन्य महत्वपूर्ण खेल प्रतिद्वंदी भाग ले रहे हों, का भी सीधा प्रसारण किया जाता है।
शिक्षा संबंधी कार्यक्रम इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू), विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी), केंद्रीय शिक्षा प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी) और राज्य शिक्षा प्रौद्योगिकी संस्थान (एसआईईटी) जैसे विभिन्न स्रोतों से प्राप्त किए जाते हैं। इसके अलावा, टर्निंग प्वाइंट, प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम, टेरा क्विज और भूमि (पर्यावरण से संबंधित कार्यक्रम) जैसे प्रायोजित कार्यक्रम, महिलाओं, जनजातीय मामलों से जुड़े विषयों पर कार्यक्रम और लोक सेवा संबंधी अन्य कार्यक्रम भी नियमित आधार पर प्रसारित किए जाते हैं।
दूरदर्शन ने संसद की कार्यवाही को सीधे देश की जनता तक पहुंचाने के लिए अलग से दो चैनल्स, लोक सभा टीवी और राज्य सभा टीवी का संचालन किया और आज भी कर रहा है।
दूरदर्शन ही है जो फ्री में देश के लोगो को 100 से ज्यादा चैनल्स फ्री में डी डी फ्रीडिश के माध्यम से पहुँचा रहा है। और 50 एजुकेशनल चैनल्स अलग से।
दूरदर्शन ने किसानो के लिए अलग से चैनल डी डी किसान भी शुरू किया है। जिसे आज गाँवो में बहुत बड़ी संख्या में देखा जाता है। किसान को समय समय से मौसम और फसल की जानकारी मिलती रहती है।
दूरदर्शन ने ही देश की संस्कृति को बनाये रखने के लिए इनका विभाग डी डी भारती चैनल भी चला रहा है जिसे आज की पीढ़ी के बच्चो को जरूर देखना चाहिए. ताकि वो देश की संस्कृति और शिक्षा को समझ सके।
दूरदर्शन के डी डी फ्रीडिश के द्वारा ही भारत के छात्रों को फ्री में शेक्षिणक चैनल्स मिलते है जिनकी संख्या 50 के पास है जो MHRD और वंदे गुजरात के माध्यम से चलाये जा रहे है। जिसके द्वारा टीवी चैनल्स के द्वारा गांव के लोगो को शिक्षित किया जा रहा है।
दूरदर्शन ने हाल ही में DTT प्रसारण सेवा चालू की जिसके माध्यम से अब दूरदर्शन को मोबाइल, चलती हुयी गाडी या ट्रैन में भी देखा जा सकता है वो भी बिना इंटरनेट के।
और दूरदर्शन का सबसे हाल ही का सराहनीय कदम ये है की अब दूरदर्शन के दो राष्ट्रीय चैनल डी डी नेशनल और डी डी न्यूज़ फुल HD में और डॉल्बी डिजिटल साउंड के साथ उपलब्ध है वो भी फ्री।
दूरदर्शन की शुरुआत भारत की राजधानी दिल्ली से सितम्बर, 1959 से हुयी. जो आज विश्व में अपने प्रसारण क्षमता और कवरेज के माध्यम से विदेशो में भी देखा जाता है।
दूरदर्शन का इतिहास -
दूरदर्शन की शुरुआत सितम्बर में 1959 में हुयी थी। पहले इसका नाम टेलीविज़न इंडिया था, बाद में इसे दूरदर्शन नाम दिया गया और शुरुआत में दूरदर्शन चैनल पर प्रसारण, सप्ताह में सिर्फ 3 दिन होता था वो भी आधे घंटे के लिए। उसके बाद नियमित दैनिक प्रसारण की शुरुआत 1965 से हुयी। उसके बाद से दूरदर्शन का विस्तार किया गया, 1972 में दूरदर्शन सेवा मुम्बईव अमृतसर तक विस्तारित की गई। 1975 तक यह सुविधा 7 शहरों मे शुरु हो गयी थी। रंगीन दूरदर्शन का राष्ट्रीय प्रसारण 1982 से शुरु हुआ था। उससे पहले प्रसारण ब्लैक एंड वाइट में होता था।इस समय के दौरान लोगो में दूरदर्शन के प्रति इतनी दीवानगी थी की वो अपने जरुरी काम समयानुसार ख़त्म करके खास प्रोग्राम को देखना नहीं भूलते थे जिनमे कुछ मुख्य प्रोग्राम इस प्रकार थे।
- हम लोग ( भारत का पहला टीवी सीरियल )
- बुनियाद
- सर्कस
- अमूल सुरभि
- समंदर
- महाभारत
- विक्रम वेताल
- रामायण
- अलिफ़ लैला
- श्री कृष्णा
- शक्तिमान
- चंद्रकांता
मनोरंजन के कार्यक्रमों में दोपहर 12.00 बजे से अपराह्न 3.00 बजे के बीच प्रसारित किए जाने वाले दैनिक धारावाहिक तथा रात्रि 8.30 बजे से मध्य रात्रि तक प्रसारित किए जाने वाले धारावाहिक कार्यक्रम शामिल हैं। इसमें शुक्रवार, शनिवार और रविवार को फीचर-फिल्मों और माह के अंतिम रविवार को पुरस्कृत क्षेत्रीय फिल्मों का प्रसारण भी शामिल है। उच्च गुणता वाले सिनेमा को प्रोत्साहित करने की अपनी प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए, माह के अंतिम रविवार को रात्रि 11.30 बजे राष्ट्रीय स्वर्ण कमल एवं रजत कमल पुरस्कार पाने वाली क्षेत्रीय फीचर-फिल्मों का प्रसारण किया जाता है।
उसके बाद दूरदर्शन ने 1984 में अपना दूसरा चैनल शुरू DD-2 जो की शहरों के लिए था, शुरुआत दिल्ली से ही की गयी और बाद में इसे 1993 में इसे मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में भी पहुंचाया गया। बाद में इस चैनल का नाम DD Metro किया गया। और नवंबर 2003 में इस चैनल को DD News के रूप में एक 24 घंटे का सरकारी न्यूज़ चैनल बना दिया गया।
दूरदर्शन के राष्ट्रीय चैनल्स -
दूरदर्शन नेशनल, डीडी न्यूज़ , डीडी भारती, डीडी स्पोर्ट्स, डीडी किसान, और डीडी उर्दू ये 6 चैनल आते हैं। और DD India (दूरदर्शन भारत ) देश का पहला अंतर्राष्ट्रीय चैनल है। डीडी-नेशनल पर ऐसे राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रसारित किए जाते हैं जिनका मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना तथा मन में एकता एवं भाई-चारे की भावना बैठाना है। यह चैनल देश का नम्बर एक चैनल है। क्युकी इसकी TRP को मापा नहीं जा सकता क्युकी ये अलग अलग माध्यम से देश के लोगो तक पहुँचता है। जिसमे DD फ़्रीडिश, डिजिटल टेररिस्ट्रियल सेवा, DTH और केबल टीवी आदि आते है। डीडी-नेशनल पर मनोरंजन, सूचना एवं शिक्षा संबंधी कार्यक्रमों का स्वस्थ मिश्रण होता है। इस चैनल पर प्रात: 5.30 बजे से मध्य रात्रि तक स्थलीय मोड में सेवा उपलब्ध कराई जाती है। उपग्रह मोड (Cable TV, IPTV & DTH) में डीडी-नेशनल चौबीस घंटे उपलब्ध रहता है। लोक सेवा के इस मिश्रित चैनल के प्रसारण का समय इस ढंग से तैयार किया गया है कि यह विभिन्न समयों पर विभिन्न श्रेणी के दर्शकों की आवश्यकताओं को पूरा करता है।सभी महत्वपूर्ण राष्ट्रीय आयोजनों जैसे गणतंत्र दिवस परेड, स्वतंत्रता दिवस समारोहों राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री के राष्ट्र के नाम संबोधनों, संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण, संसद में होने वाली महत्वपूर्ण बहसों, रेलवे और आम बजट प्रस्तुत करने, लोकसभा और राज्यसभा के प्रश्न काल, चुनाव परिणाम और उनका विश्लेषण, शपथ ग्रहण समारोहों, राष्ट्रपति एवं प्रधान मंत्री की विदेश यात्राओं और विदेश से भारत आने वाले विशिष्ट व्यक्तियों की यात्राओं का डीडी-नेशनल पर सीधा प्रसारण किया जाता है। महत्वपूर्ण खेल-कूद आयोजनों जैसे ओलंपिक, एशियाई खेल, क्रिकेट टेस्ट मैचों और अन्तर्राष्ट्रीय एक दिवसीय मैचों, जिनमें भारत एवं अन्य महत्वपूर्ण खेल प्रतिद्वंदी भाग ले रहे हों, का भी सीधा प्रसारण किया जाता है।
शिक्षा संबंधी कार्यक्रम इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू), विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी), केंद्रीय शिक्षा प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी) और राज्य शिक्षा प्रौद्योगिकी संस्थान (एसआईईटी) जैसे विभिन्न स्रोतों से प्राप्त किए जाते हैं। इसके अलावा, टर्निंग प्वाइंट, प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम, टेरा क्विज और भूमि (पर्यावरण से संबंधित कार्यक्रम) जैसे प्रायोजित कार्यक्रम, महिलाओं, जनजातीय मामलों से जुड़े विषयों पर कार्यक्रम और लोक सेवा संबंधी अन्य कार्यक्रम भी नियमित आधार पर प्रसारित किए जाते हैं।
क्या आप जानते है दूरदर्शन आज के समय में दूरदर्शन कहा पंहुचा है तो चलिए थोड़ा नीचे निगाह डालते है।
आज 2019 में दूरदर्शन के 25 से ज्यादा क्षेत्रीय टीवी चैनल्स है जो अपने अपने राज्य की संस्कृति और एकता को बनाये रखने में सहायता कर रहा है। वो उनकी खुद की भाषा में।दूरदर्शन ने संसद की कार्यवाही को सीधे देश की जनता तक पहुंचाने के लिए अलग से दो चैनल्स, लोक सभा टीवी और राज्य सभा टीवी का संचालन किया और आज भी कर रहा है।
दूरदर्शन ही है जो फ्री में देश के लोगो को 100 से ज्यादा चैनल्स फ्री में डी डी फ्रीडिश के माध्यम से पहुँचा रहा है। और 50 एजुकेशनल चैनल्स अलग से।
दूरदर्शन ने किसानो के लिए अलग से चैनल डी डी किसान भी शुरू किया है। जिसे आज गाँवो में बहुत बड़ी संख्या में देखा जाता है। किसान को समय समय से मौसम और फसल की जानकारी मिलती रहती है।
दूरदर्शन ने ही देश की संस्कृति को बनाये रखने के लिए इनका विभाग डी डी भारती चैनल भी चला रहा है जिसे आज की पीढ़ी के बच्चो को जरूर देखना चाहिए. ताकि वो देश की संस्कृति और शिक्षा को समझ सके।
दूरदर्शन के डी डी फ्रीडिश के द्वारा ही भारत के छात्रों को फ्री में शेक्षिणक चैनल्स मिलते है जिनकी संख्या 50 के पास है जो MHRD और वंदे गुजरात के माध्यम से चलाये जा रहे है। जिसके द्वारा टीवी चैनल्स के द्वारा गांव के लोगो को शिक्षित किया जा रहा है।
दूरदर्शन ने हाल ही में DTT प्रसारण सेवा चालू की जिसके माध्यम से अब दूरदर्शन को मोबाइल, चलती हुयी गाडी या ट्रैन में भी देखा जा सकता है वो भी बिना इंटरनेट के।
और दूरदर्शन का सबसे हाल ही का सराहनीय कदम ये है की अब दूरदर्शन के दो राष्ट्रीय चैनल डी डी नेशनल और डी डी न्यूज़ फुल HD में और डॉल्बी डिजिटल साउंड के साथ उपलब्ध है वो भी फ्री।